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व्हाइट हाउस से विदा हुए डोनाल्ड ट्रंप, कहा- 4 साल अविश्वसनीय रहे हैं
वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए और अंतिम बार राष्ट्रपति के तौर पर व्हाइट हाउस से विदा लेते हुए फ्लोरिडा स्थित अपने स्थायी आवास ‘मार-आ-लागो एस्टेट’ के लिए विमान से रवाना हो गए। ट्रंप (74) ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह बाइडन के राष्ट्रपति और कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। ट्रंप से पूर्व एंड्रयू जॉनसन ने 1869 में नये राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया था। व्हाइट हाउस से विदा होने से पहले उन्होंने कहा, ‘‘यह जीवन भर के लिए सम्मान की बात है।’’ ट्रंप राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर ‘मरीन वन’ से व्हाइट हाउस से विदा हुए। रिपब्लिकन ट्रंप को दूसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में जीत नहीं मिली। इससे पहले 1992 में जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश भी दूसरी बार व्हाइट हाउस नहीं पहुंच पाए थे। ट्रंप, मेरीलैंड में ज्वाइंट बेस एंड्रयूज में विदाई समारोह की मेजबानी करेंगे। इसके बाद एयर फोर्स वन विमान से पाम बीच पर स्थित अपने आवास के लिए रवाना होंगे। ट्रंप ने कहा कि ये 4 साल अविश्वसनीय रहे हैं। हमने एक साथ बहुत कुछ पूरा किया। मैं अपने परिवार, दोस्तों और अपने कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं। लोगों को नहीं पता कि इस परिवार ने कितनी मेहनत की है।
निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस, ट्रंप के विदाई समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। इसके बजाए पेंस, बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे। राष्ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल के अंतिम घंटों में ट्रंप ने अपने पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन समेत 140 से अधिक लोगों को क्षमादान दिया। इस महीने ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटल बिल्डिंग (संसद भवन) में उत्पात के कारण राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर वाशिंगटन डीसी में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। ट्रंप ने मंगलवार को विदाई भाषण का वीडियो जारी किया था। आम तौर पर विदा हो रहे राष्ट्रपति के संबोधन का सीधा प्रसारण होता है। अमेरिका को सुरक्षित और गौरवशाली बनाए रखने के लिए नए प्रशासन को कामयाबी की ‘शुभकामनाएं’ देते हुए ट्रंप ने अपने विदाई संबोधन में कहा कि अमेरिका को अपने साझा मूल्यों के लिए एकजुट रहना होगा और एक लक्ष्य के लिए मिलकर काम करना होगा। ट्रंप ने कहा कि वह ‘‘एक बार फिर अमेरिका को महान’’ बनाने के अपने अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। अपने संदेश में ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर सेवाएं देना एक ऐसा सम्मान है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के लिए उनकी (बाइडन की) सफलता की कामना करता हूं। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और चाहते हैं कि वे सौभाग्यशाली रहें।’’ ट्रंप ने 20 मिनट से कुछ कम वक्त के वीडियो में कैपिटल बिल्डिंग पर अपने समर्थकों के छह जनवरी के हमले पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कैपिटल (बिल्डिंग) पर हमले से सभी अमेरिकी आतंकित हो गए थे। यह उन सभी चीजों पर हमला है जिन पर एक अमेरिकी होने के नाते हम गौरव महसूस करते हैं। इसे कभी भी बर्दाशत नहीं किया जा सकता अब पहले से कहीं ज्यादा हमें अपने साझा मूल्यों के इर्द-गिर्द एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए।’’
इस दौरान उन्होंने 20 जनवरी, 2017 से 20 जनवरी 2021 तक की अमेरिकी सरकार की अहम उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि उनके प्रशासन ने किसी की सोच से भी कहीं ज्यादा हासिल किया। ट्रंप अपने डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी और अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडन (78) से हार गए लेकिन उन्होंने अपनी पराजय कभी स्वीकार नहीं की। इसके बजाए, वह चुनाव में धांधली के अपुष्ट आरोप लगाते रहे जिसे प्रशासन और उनकी रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों ने ही खारिज कर दिया। ट्रंप ऐसे राष्ट्रपति रहे जो इससे पहले किसी सार्वजनिक पद पर नहीं रहे और ना ही वह सेना में रहे। उन्होंने अपने समर्थकों से संवाद के लिए ट्विटर का भरपूर इस्तेमाल किया। हालांकि, कैपिटल बिल्डिंग पर हमले के बाद व्हाइट हाउस से रवाना होने तक उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर रोक लगा दी गयी थी। राष्ट्रपति पद पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें दो बार महाभियोग की कार्यवाही का भी सामना करना पड़ा। वह व्हाइट हाउस में ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में पहले कभी नहीं दिखी।